
गुरुवार दोपहर भारत को झकझोर देने वाली एक भयावह खबर सामने आई। अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की एक इंटरनेशनल फ्लाइट उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मौत हो गई। इस हादसे में अब तक 204 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
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राजनाथ सिंह ने जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हृदयविदारक घटना पर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शोक जताते हुए लिखा:
“अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के दुखद निधन से बेहद तकलीफ हुई है। वो ज़मीन से जुड़े ऐसे नेता थे जिन्होंने अपनी ज़िंदगी गुजरात के विकास और हित के लिए समर्पित कर दी। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
राजनाथ सिंह का यह संदेश न केवल व्यक्तिगत श्रद्धांजलि था, बल्कि इस हादसे की भयावहता को भी दर्शाता है।
रिहायशी इलाके में गिरा विमान
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया की यह फ्लाइट टेक-ऑफ के कुछ मिनटों बाद ही तकनीकी खराबी का शिकार हुई और अहमदाबाद के घनी आबादी वाले एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मौके पर लगी आग और विस्फोट के चलते कई मकान भी चपेट में आ गए।
एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, और अन्य बचाव दल लगातार राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
विजय रूपाणी का राजनीतिक सफर
विजय रूपाणी, गुजरात के लोकप्रिय और ज़मीनी नेता रहे हैं। वे 2016 से 2021 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे और अपनी सादगी, प्रशासनिक दक्षता और जनसेवा के लिए जाने जाते थे।
उनके निधन ने न केवल गुजरात बल्कि देश की राजनीति में भी एक गहरा शून्य पैदा कर दिया है।
देशभर से आ रही श्रद्धांजलियां
प्रधानमंत्री से लेकर विपक्षी नेताओं तक, हर ओर से श्रद्धांजलि संदेश आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर आम नागरिकों ने भी विजय रूपाणी को एक ईमानदार और समर्पित जनसेवक के रूप में याद किया है।
आगे क्या?
सरकार ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। एयर इंडिया और DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) इस बात की जांच कर रहे हैं कि तकनीकी गड़बड़ी आखिर क्यों और कैसे हुई।
204 लोगों की मौत, कई लापता, और देश ने एक अनुभवी नेता खो दिया — यह दिन भारतीय राजनीति और विमानन इतिहास में एक काले अध्याय की तरह दर्ज होगा।